सावधान! कहीं आपका बच्चा तो गुमशुम नहीं रहता?
दिनेश पाठक पिछले सप्ताह मैं यूपी दूरदर्शन के लोकप्रिय कार्यक्रम ‘नमस्ते यूपी’ का हिस्सा था. अभिभावक दिवस के बहाने घर-परिवार, पैरेंटिंग आदि पर खूब बातें हुईं. इस शो की खासियत यह है कि दर्शक फोन पर सवाल भी पूछ सकते हैं. इसी क्रम में कई सवाल आए. इन सभी का जवाब भी दिया गया. इन्हीं में से एक सवाल ऐसा था जिस पर समय की वजह से ज्यादा चर्चा नहीं हो पाई लेकिन है यह बहुत बड़ी समस्या. बस कुछ लोग इस समस्या को चिन्हित कर लेते हैं और कुछ ऊपर वाले के भरोसे छोड़ देते हैं. एक माँ ने सवाल पूछा कि उनका 10 वर्ष का बेटा बहुत गुमशुम रहता है. जल्दी से किसी से घुल-मिल नहीं पाता. बात भी नहीं करता. अब यह समस्या बहुत कॉमन होती जा रही है. इससे हमें अपने बच्चे को बचाना भी होगा. पहले के जमाने में बच्चों के पास घर के अंदर रुकने का कोई कारण नहीं होता था. वे स्कूल से आते, कुछ खाते-पीते और खेलने के लिए निकल जाते. आजकल देहात हो या शहर, घर के अंदर रुकने के बहुत से कारण मौजूद हैं. टीवी, मोबाइल, लैपटॉप, वीडियो गेम जैसे अनेक चीजें उपलब्ध हैं. बच्चा स्कूल से लौटकर इनमें उलझ जाता है तो फिर उसे घर से बाहर जाकर खेलने ...
Comments
Post a Comment