अग्नि-5 का सफल परीक्षण : अब अमेरिका, रूस, फ़्रांस, चीन के बराबर पहुंचा भारत
![]() |
अग्नि-5 का सफल परीक्षण : फ़ाइल फोटो: साभार |
यह पूर्व में चीन, फिलीपींस और पश्चिम में यूरोप के इटली तक यह मिसाइल पहुंच सकती है. इसी के साथ भारत इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल बनाने वाला पांचवा देश बन गया है. अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन हमसे पहले इस तरह की मिसाइल बना चुके हैं.
इस मिसाइल में आरएलजी (रिंग लेजर गायरोस्पेस) टेक्नीक का इस्तेमाल किया गया है. इससे सटीक निशाना लगाने में मदद मिलती है. अग्नि में 85% स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) टेक्नीक के इस्तेमाल से एकसाथ कई टारगेट पर वार कर सकेगी.
इस मिसाइल में आरएलजी (रिंग लेजर गायरोस्पेस) टेक्नीक का इस्तेमाल किया गया है. इससे सटीक निशाना लगाने में मदद मिलती है. अग्नि में 85% स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) टेक्नीक के इस्तेमाल से एकसाथ कई टारगेट पर वार कर सकेगी.
अग्नि-5 सतह से सतह पर मार करने वाली मीडियम से इंटरकॉन्टिनेंटल रेंज की मिसाइल है. इसका यह चौथा टेस्ट है. दूसरे और तीसरे टेस्ट से यह बात साबित हुई थी कि यह मिसाइल 20 मिनट में टारगेट को हिट कर सकती है. साइंटिस्ट्स की मानें तो अग्नि-5 का नेविगेशन और गाइडेंस सिस्टम उसे खास बनाता है.
अग्नि 5, एक हजार किलो तक वॉरहेड ले जा सकती है. 17 मीटर लंबी अग्नि-5 का वजन 50 टन है. लॉन्चिंग सिस्टम में कैनस्टर टेक्नीक का इस्तेमाल किया गया है. इसकी वजह से मिसाइल को आसानी से कहीं भी ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है.
सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल को आसानी से डिटेक्ट नहीं किया जा सकता. मिसाइल की तीन स्टेज हैं. ये सॉलिड फ्यूल से चलती है. कई न्यूक्लियर वॉरहेड एक साथ छोड़े जा सकेंगे. एक बार छोड़ने पर इसे रोका नहीं जा सकेगा.
अमेरिका को छोड़कर पूरा एशिया, अफ्रीका और यूरोप भारत के दायरे में होगा. भारत की इस सबसे ताकतवर मिसाइल की रेंज में पूरा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, इराक, ईरान और करीब आधा यूरोप आता है. अग्नि-5 चीन, रूस, मलेशिया, इंडोनशिया और फिलीपींस तक टारगेट पर निशाना लगा सकती है.
भारत-पाकिस्तान की मिसाइल टेक्नोलॉजी में बड़ा फर्क यह है कि भारत पांच हजार किलोमीटर तक वार करने वाली परमाणु मिसाइल अग्नि-5 डेवलप कर चुका है. 10 हजार किलोमीटर तक जाने वाली मिसाइल टेक्नोलॉजी डेवलप कर रहा है. पाकिस्तान अभी शाहीन-3 तक ही पहुंच पाया है. इसकी रेंज 2750 किमी है. पाक तैमूर इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल पर काम कर रहा है जिसकी कैपेबिलिटी अग्नि-5 जितनी होगी. वहीं, शाहीन 3 को लेकर पाक आर्मी का दावा है कि ये पूरे भारत में कहीं भी निशाना लगा सकती है. पूर्व में म्यांमार, पश्चिम में इजरायल और उत्तर में कजाखिस्तान तक एटमी हथियार से हमला कर सकती है.
कुछ यूं बढ़ता रहा अग्नि का कारवाँ
अग्नि 1: 700 किमी
अग्नि 2: 2000 किमी
अग्नि 3 और 4: 3500 किमी
अग्नि 5 : 5000 किमी
Comments
Post a Comment