मुलायम ने बुलाई घोषित प्रत्याशियों की बैठक, सपा के लिए निर्णायक होगा शनिवार

शिवपाल, मुलायम, अखिलेश: प्रतीकात्मक फोटो :साभार

यूपी की सत्ता पर काबिज समाजवादी पार्टी अब बिखरने को तैयार बैठी है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से प्रत्याशियों की घोषणा के बाद उनके पिता, सपा सुप्रीमो मुलायाम सिंह ने शनिवार को सभी घोषित उम्मीदवारों की बैठक बुलाई है. देखना रोचक होगा कि इस बैठक में कितने प्रत्याशी शामिल होते हैं. क्योंकि पिता-पुत्र की सूची में काफी समानताएं हैं. अगर मुलायम सिंह की ओर से घोषित सभी प्रत्याशी बैठक में शामिल होते हैं, तो अखिलेश कमजोर माने जाएंगे. अगर ऐसा नहीं हुआ और अखिलेश की लिस्ट में शामिल प्रत्याशी खुद को बैठक से अलग रखते हैं तो तय है कि शनिवार को ही समाजवादी पार्टी दो टुकड़ों में बंट जाएगी.
जानकार हालात पर नजर रखे हुए हैं. मुलायम सिंह, अखिलेश, शिवपाल पर सबकी नजरें सुबह से ही टिकी हुई हैं. देखना रोचक होगा कि सपा सुप्रीमो का अगला कदम क्या होगा. लेकिन यह तय है कि वे जो भी करेंगे, शनिवार की बैठक के बाद ही करेंगे. इस बीच दोनों ही ओर से मान-मनौव्वल भी शुरू हो गया है. पल-पल तस्वीर बदल रही है. कार्यकर्ता बेचैन हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा कि पिता के साथ जाएँ या कल के भविष्य अखिलेश के साथ. बहरहाल, जो भी हो, कल का दिन निर्णायक होगा. जानकर मान रहे हैं कि मुलायम के पास इस संकट का भी तोड़ होगा और वे ऐन मौके पर अपना पत्ता खोलेंगे.
उल्लेखनीय है कि अपने कई करीबियों के टिकट काटे जाने से नाराज अखिलेश यादव ने 235 उम्मीदवारों की एक नई लिस्ट जारी कर दी है, जिनमें मंत्री अरविंद सिंह गोप, पवन पांडे, राम गोविंद चौधरी का नाम हैं. ये उन लोगों के नाम हैं जिनके टिकट मुलायम सिंह यादव ने काट दिए थे. हालांकि, अखिलेश यादव की ओर से अभी इस लिस्ट की पुष्टि नहीं की गई है और न ही इस पर उनके दस्तखत हैं. इसके तुरंत बाद मुलायम ने 68 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट भी जारी कर दी थी. इस लिस्ट में भी अखिलेश के कुछ समर्थकों का टिकट काट दिया गया है.
अखिलेश ने दिया साथ देने का भरोसा
इससे पहले गुरुवार को अखिलेश यादव के समर्थक पूरे दिन 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने के मुलायम सिंह के फैसले के खिलाफ अखिलेश के बंगले के बाहर नारेबाज़ी करते रहे. अखिलेश अपने समर्थकों के टिकटों की पैरवी के लिए मुलायम से मिलने पहुंचे, जहां मुलायम अखिलेश और शिवपाल में घंटों मीटिंग चली, लेकिन बैठक बेनतीजा रही. बाद में अखिलेश ने अपने करीबी मंत्रियों, विधायकों के साथ मुलाक़ात कर उनका साथ देने का भरोसा दिया.


उधर, सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि टिकट बंटवारे में सभी की राय शामिल है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की उपेक्षा नहीं की जा सकती. मुख्यमंत्री नेताजी को अपनी राय दे सकते हैं. ज्यादा से ज्यादा लोगों को टिकट देने की कोशिश की गई. सीएम की राय पर विचार और लिस्ट बदलना मुश्किल है. साफ सुथरी छवि और जीतने वालों को प्राथमिकता दी गई है. जल्द ही बाकी उम्मीदवारों की लिस्ट भी सामने आएगी.


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