पाकिस्तान भी चल सकता है मोदी की राह, सीनेट से प्रस्ताव पास

प्रतीकात्मक फोटो : साभार

अब पाकिस्तान भी भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राह चल पड़ा है. वहां की सीनेट ने पांच हजार रुपये के नोट बंद करने का प्रस्ताव पास कर दिया है. उम्मीद जताई जा रही है कि पाक भी कालाधन पर अंकुश के लिए यह अहम फैसला ले सकता है. हालाँकि, पाकिस्तानी हुकूमत की ओर से अभी ऐसी कोई सहमति बनती नहीं दिखाई दे रही है.

पाकिस्‍तान मुस्लिम लीग(पीएमएल) के सीनेटर उस्‍मान सैफ उल्‍लाह खान ने पांच रुपये के नोटों को बंद करने का प्रस्‍ताव रखा था, जिसे सांसदों ने बहुमत से पास कर दिया. इस प्रस्‍ताव में कहा गया है कि इन नोटों को बंद करने से बैंक खातों का उपयोग बढ़ेगा और गैर दस्‍तावेजी अर्थव्‍यवस्‍था में कटौती होगी. इन नोटों को तीन से पांच साल के भीतर बंद करने का सुझाव दिया गया है. 
हालांकि सरकार अभी इस मांग पर राजी नहीं दिख रही है. पाकिस्‍तान के कानून मंत्री जाहिद हमीद ने कहा कि नोटों को वापस लेने से बाजार में संकट आ जाएगा और लोग पांच हजार रुपये के नोट के ना होने पर विदेशी मुद्रा का सहारा लेंगे. पाकिस्‍तान में कानून मंत्री के अनुसार वर्तमान में 3.4 ट्रिलियन नोट चलन में हैं और इनमें से 1.02 ट्रिलियन नोट पांच हजार रुपये हैं. पाकिस्‍तान में नोटबंदी का यह प्रयास भारत के फैसले से प्रेरित दिखार्इ देता है. 
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने का एलान किया था. उन्‍होंने कालेधन, भ्रष्‍टाचार, जाली नोटों की समस्‍या से लड़ने के लिए यह फैसला किया था. भारत के अलावा दुनिया के अन्‍य देशों में भी हाल ही में नोटबंदी हुई है. वेनेजुएला में 100 बोलिवर का नोट बंद कर दिया गया था. वेनेजुएला इस वक्त 700 प्रतिशत मुद्रास्फिति से जूझ रहा है। हालांकि इसके चलते वहां दंगा फसाद हो गया था जिसके चलते सरकार को फैसला जनवरी तक के लिए टालना पड़ा.

ऑस्ट्रेलिया में भी नोटबंदी की गई है। ऑस्‍ट्रेलिया की सरकार ने अपने यहां के सबसे बड़े यानी 100 डॉलर के नोट को बंद करने का फैसला ले लिया है. ऑस्ट्रेलिया की सरकार के मुताबिक, यह फैसला कालेधन की रोकथाम के लिए लिया गया है. ऑस्ट्रेलिया में 100 डॉलर के 300 मिलियन नोट चलन में हैं। वहां की करेंसी का 92 प्रतिशत हिस्सा 50 और 100 डॉलर के रूप में मौजूद है.

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