नोटबंदी का अगला शिकार कौन? पढ़कर आप चौकेंगे और खुश भी होंगे
अफसर मानते हैं कि अगर बैंकों ने अपना काम ईमानदारी से किया होता तो इतनी दिक्कत आम लोगों को न होती, जितनी हुई है. जितना पैसा रिजर्व बैंक भेज रहा था, उससे दिक्कतें कुछ हद तक कम होनी चाहिए. बड़ी संख्या में एटीएम में नए ट्रे लग गए हैं. उनमें एक बार ही सही, नोट डाले भी जा रहे हैं. दिक्कत फिर भी बनी हुई है. इसी कारण इस स्टिंग की जरूरत महसूस हुई. और तब भारत सरकार ने यह फैसला किया.
पता चला है कि प्राम्भिक जाँच में बैंक अधिकारियों, पुलिस, दलाल और जालसाजों की मिलीभगत से नोट बदले जाने के सबूत भी मिले हैं. सीडी में साफ पता चल रहा है कि बैंकों में पुलिस, दलाल और प्रभावशाली लोगों की सांठ-गांठ से कैसे पुराने नोट बदले जा रहे हैं.
बैंकों में हुई गड़बड़ी की जांच जारी है. करेंसी संकट में थोड़ा सुधार होने के बाद भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जाएगी. सूत्रों की मानें तो कार्रवाई फिलहाल फरवरी या मार्च तक के लिए टाल दी गई है जिससे अभी कामकाज पर कोई असर न पड़े.
रेवेन्यू इंटेलीजेंस के सूत्रों के अनुसार अगर बैंकों की भूमिका सही रहती तो नोटबंदी के बाद से लोगों को इतनी दिक्कत नहीं होती. आपको बता दें कि कालेधन पर लगाम लगाने के लिए सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद बैंककर्मी भी सफेद धन को काला और कालेधन को सफेद करने में लगे हैं. जिसके चलते कई बैंककर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई है.
दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट ने एक्सिस बैंक के मैनेजर विनीत गुप्ता और शोभित सिन्हा को सात दिन की रिमांड पर भेजा. इन दोनों मैनेजरों को यूपी की राजधानी लखनऊ में काले धन को सफेद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. दोनों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है.
इससे पहले पटना स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बिड़ला मंदिर शाखा के एक कर्मी को कालेधन को सफेद और सफेद को कालाधन करने के मामले में निलंबित किया गया था.
पता चला है कि प्राम्भिक जाँच में बैंक अधिकारियों, पुलिस, दलाल और जालसाजों की मिलीभगत से नोट बदले जाने के सबूत भी मिले हैं. सीडी में साफ पता चल रहा है कि बैंकों में पुलिस, दलाल और प्रभावशाली लोगों की सांठ-गांठ से कैसे पुराने नोट बदले जा रहे हैं.
बैंकों में हुई गड़बड़ी की जांच जारी है. करेंसी संकट में थोड़ा सुधार होने के बाद भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जाएगी. सूत्रों की मानें तो कार्रवाई फिलहाल फरवरी या मार्च तक के लिए टाल दी गई है जिससे अभी कामकाज पर कोई असर न पड़े.
रेवेन्यू इंटेलीजेंस के सूत्रों के अनुसार अगर बैंकों की भूमिका सही रहती तो नोटबंदी के बाद से लोगों को इतनी दिक्कत नहीं होती. आपको बता दें कि कालेधन पर लगाम लगाने के लिए सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद बैंककर्मी भी सफेद धन को काला और कालेधन को सफेद करने में लगे हैं. जिसके चलते कई बैंककर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई है.
दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट ने एक्सिस बैंक के मैनेजर विनीत गुप्ता और शोभित सिन्हा को सात दिन की रिमांड पर भेजा. इन दोनों मैनेजरों को यूपी की राजधानी लखनऊ में काले धन को सफेद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. दोनों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिग एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है.
इससे पहले पटना स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बिड़ला मंदिर शाखा के एक कर्मी को कालेधन को सफेद और सफेद को कालाधन करने के मामले में निलंबित किया गया था.
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