आज अखिलेश करेंगे साइकिल चुनाव चिन्ह पर दावा, रामगोपाल जाएंगे आयोग


बाप-बेटे के बीच बंट चुकी समाजवादी पार्टी की लड़ाई अब साइकिल के लिए है. साइकिल की सवारी कौन करेगा? अखिलेश या मुलायम ? इसी सवाल के बीच मंगलवार को अखिलेश खेमा साइकिल चुनाव चिन्ह पर दावा ठोकेगा. रामगोपाल यादव मंगलवार सुबह साढ़े 11 बजे चुनाव आयोग पहुंचेंगे. मुलायम गुट सोमवार को ही चुनाव आयोग जाकर अपना दावा जता चुका है. साइकिल चुनाव चिन्ह किसका होगा, यह अब आयोग को ही तय करना है.

लेकिन इस बीच पिता और पुत्र के बीच सुलह की एक नई कोशिश फिर से आजम खान करेंगे. तीन दिन पहले भी उन्होंने यह काम किया था और लग रहा था कि सब कुछ सामान्य हो गया, पर बात फिर से बिगड़ गई. खबर है कि कुछ नेताओं ने आजम से फिर से दोनों के बीच समझौता कराने की अपील की है. आजम ने बोला है कि वो आखिरी बार बात करेंगे. 

आजम के पास नया फॉर्मूला है कि मुलायम कुछ अपनी पसंद छोड़ें और कुछ अखिलेश छोड़े. बाद में मिल बांटकर टिकट का फैसला कर लें. दोनों पक्ष चुनाव आयोग में आमने-सामने हैं, लेकिन पिछले दरवाजे से पिता-पुत्र में समझौते की नई पहल की जा रही है.

इससे पहले सोमवार दोपहर मुलायम सिंह के दिल्ली वाले आवास पर करीब 2 घंटे तक अखिलेश विरोधी गुट के नेताओं की बैठक चली, जिसमें खुद मुलायम सिंह , शिवपाल यादव, अमर सिंह, जयाप्रदा और अंबिका चौधरी शामिल हुए. बैठक के बाद मुलायम, शिवपाल, अमर सिंह और जया प्रदा चुनाव आयोग में अपनी शिकायत लेकर पहुंचे. चुनाव आयोग को मुलायम सिंह यादव ने पार्टी में हुए ताजा राजनीतिक घटनाक्रम की जानकार दी. 

सूत्रों के मुताबिक मुलायम ने आयोग को बताया कि दूसरे खेमे की राजनीतिक कार्यवाही पार्टी संविधान के खिलाफ है और जो रामगोपाल ने अधिवेशन बुलाया वो असंवैधानिक है, क्योंकि रामगोपाल और अखिलेश यादव को पहले ही पार्टी से निकाला जा चुका है. आयोग के सामने मुलायम ने 'साइकिल' चुनाव चिन्ह पर भी अपना हक जताया.

इस बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी अपने करीबी विधायकों और नेताओं के साथ मुलाकात की. बैठक में उनसे कहा कि वे चुनाव की तैयारी करें. अखिलेश ने कहा कि हम और नेताजी एक ही हैं. आप हमारे नारे लगाते हैं तो उनके भी लगाएं. आप लोग उनसे भी मिलें. अखिलेश मंगलवार को एक बार फिर कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे.

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