व्हाइट हाउस छोड़ किराये के घर में जाएंगे ओबामा, काश हमारे देश में...


क्या भारत में भी कभी ऐसा होगा? शायद नहीं. क्योंकि हमारे देश के नेताओं में नैतिकता बिल्कुल नहीं है. यहाँ सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद कोई भी पूर्व मुख्यमंत्री सरकारी घर खाली करने को तैयार नहीं है. प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति की तो बात ही छोडिये. और दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में शामिल अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा पद से हटने के बाद किराये के घर में जाएंगे. वे अपनी बेटी की पढाई के लिए दो साल तक वाशिंगटन डीसी में रहेंगे.
इस बात का खुलासा हाल ही में हुआ है. असल में ओबामा पड़ छोड़ने से पहले आखिरी बार एयर फोर्स वन विमान में सफ़र कर शिकागो जाएंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति के रूप में शहर से बाहर यह उनकी आखिरी यात्रा हो सकती है क्योंकि 20 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह में उन्हें राष्ट्रपति का पद डोनाल्ड ट्रंप के हवाले करना है. ओबामा ने अपनी छोटी बेटी की पढ़ाई पूरी करवाने के लिए अगले दो साल तक वाशिंगटन डीसी में रहने के लिए एक मकान किराए पर लिया है. हालांकि, उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को सीक्रेट सर्विस की सुरक्षा मिलेगी. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने इसकी पुष्टि की. 
उन्होंने कहा, ‘‘शिकागो की यात्रा वाशिंगटन डीसी से बाहर अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में राष्ट्रपति ओबामा की आखिरी यात्रा होगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह एयर फोर्स वन विमान से भी उनकी राष्ट्रपति के तौर पर आखिरी उड़ान होगी. हालांकि यह परंपरा रही है कि पूर्व राष्ट्रपति शपथ ग्रहण पूरा हो जाने पर इस विमान में विदेश की एक आखिरी उड़ान भरता है.’’ आगामी 20 जनवरी को ट्रंप के शपथ ग्रहण कर लेने के बाद ओबामा एयर फोर्स वन विमान में एक बार अंतिम पारंपरिक उड़ान भरेंगे. अर्नेस्ट ने यह नहीं बताया कि ओबामा अंतिम एयर फोर्स वन उड़ान के लिए कहां जाएंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति और फर्स्ट लेटी मिशेल ओबमा शपथ ग्रहण समारोह के कुछ ही समय बाद शहर से जाएंगे. लेकिन निश्चित तौर पर वे वाशिंगटन डीसी में अपने किराए के मकान में लौटेंगे.’’ अपनी प्रभावशाली भाषणों के लिए पहचाने जाने वाले ओबामा मंगलवार रात को अपने गृहनगर से देश के नाम एक बड़ा संबोधन देंगे. अर्नेस्ट ने कहा कि राष्ट्रपति अभी भाषण पर काम कर रहे हैं. वह भविष्य के लिए भाषण देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसमें अमेरिका में पिछले आठ साल में हुई अहम प्रगति को संक्षिप्त रूप से परखा जाएगा.
अर्नेस्ट ने कहा, ‘‘लेकिन राष्ट्रपति ज्यादा समय यह बताने में लगाएंगे कि उनके अनुसार हमारे सामने खड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए क्या किया जाना जरूरी है.’’ 
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति के दिमाग में चलने वाले अधिकतर समाधान उन मूल्यों पर आधारित हैं, जिनमें लगभग हर अमेरिकी यकीन रखता है. इन मूल्यों में न्याय और निष्पक्षता शामिल हैं. इसमें यह विचार शामिल है कि यदि आप मेहनत करते हैं तो आपको सफलता का अवसर मिलना चाहिए, फिर चाहे आप कैसे भी दिखते हों, आपका अंतिम नाम कुछ भी हो और आप किसी से भी प्यार करते हों.’’ अर्नेस्ट ने कहा कि उनके भाषण में उनकी विदेश नीति से जुड़े कई पहलू भी शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं यह बताना चाहूंगा कि उनके भाषण के एक बड़े हिस्से में उन घरेलू नीतियों और मुद्दों को केंद्र में रखा जाएगा, जिनपर अगले राष्ट्रपति को सावधानीपूर्वक ध्यान देना होगा.’’

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