...तो इसलिए अपना भारत है सोने की चिड़िया ! आप भी जानिए

प्रतीकात्मक फोटो :साभार

अपना भारत वाकई सोने की चिड़िया है. मैं ऐसा इसलिए दावे के साथ कह पा रहा हूँ क्योंकि आठ नवम्बर से अब तक इस देश ने चार हजार किलो सोना खरीद लिया. इसमें से दो हजार किलो तो अकेले नोटबंदी वाली रात ही देशवासियों ने खरीदा.
कैश, नए नोट, पुराने नोट जो मिले, वे अलग हैं. अफसरों का मानना है कि सोने की इतने बड़े पैमाने पर हुई खरीद काली कमाई को ठिकाने लगाने के इरादे से की गई. सभी आंकड़े केंद्र सरकार के अफसरों के पास आ आ गए हैं. और सोना बेचने वालों से लेकर खरीदने वालों तक को कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.
नोटबंदी के बाद से अब तक एक हजार से अधिक मामलों में हुई कार्रवाई के बाद 4663 करोड़ रुपए की ब्लैकमनी का खुलासा हुआ है. 562 करोड़ रुपए जब्त हुए हैं. इनमें 110 करोड़ रुपए नई करंसी के रूप में थे.
अफसरों के मुताबिक जिन मामलों में कार्रवाई की गई, उनमें 556 जगह सर्वे किए गए, 253 छापे मारे गए, जबकि 289 स्थानों से कैश जब्त किया गया.
पिछले महीने तक पकड़ी गई यह रकम 3185 करोड़ रुपए की थी. उस वक्त तक 86 करोड़ रुपए के नए नोट जब्त किए थे. नोटबंदी के बाद सीबीआई, एन्फोर्समेंट डिपार्टमेंट और पुलिस ने भी कार्रवाई की है, जिनमें भारी मात्रा में ब्लैकमनी का खुलासा हुआ है.
नोटबंदी के बाद देश में काली कमाई को ठिकाने लगाने के लिए लोगों ने सोने की खूब खरीददारी की थी. डीजीसीईआई के सर्वे में सामने आया कि नोटबंदी के बाद 48 घंटे में ही देश में करीब चार हजार किलो सोना बिका था. इसकी कीमत 1250 करोड़ रुपए है. अकेले नोटबंदी वाली रात ही दो हजार किलो सोना लोगों ने खरीद डाला.

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