हजार-पांच सौ के नोट जमा करने की अंतिम तिथि ख़त्म, आगे क्या, कुछ रोचक जानकारियां

प्रतीकात्मक फोटो : साभार
500 और एक हजार के नोट जमा करने की आज अंतिम तारीख थी. अब आप चाहकर भी पुराने नोट बैंक में जमा नहीं कर पाएंगे. कुछ शर्तों के साथ केवल रिजर्व बैंक के तय ऑफिस में पुराने नोट जमा हो पाएंगे. इस सूरत में जब 31 दिसंबर से नया कानून लागू हो जाएगा तो पुराने नोटों के सम्बन्ध में कुछ रोचक जानकारियां आप की मदद कर सकती हैं.

लागू होगा नया अध्यादेश31 दिसंबर से सरकार का नया अध्यादेश लागू होगा. इसके मुताबिक पुराने नोट बेकार हो जाएंगे. हालांकि आय का स्रोत बताते हुए आप इन्हें आरबीआई की कुछ निश्चित शाखाओं में 31 मार्च, 2017 तक जमा करा सकते हैं.

शोधार्थी रख सकते हैं 25 नोट 
रिसर्च और मुद्राशास्त्र से जुड़े किसी अध्ययन में जुटे लोग अमान्य करार दिए जा चुके अधिकतम 25 नोट अपने पास रख सकते हैं.

लगेगा जुर्मानानए अध्यादेश के मुताबिक 10 से अधिक पुराने नोट रखने वाले लोगों पर 10 हजार रुपये या फिर राशि का 5 गुना तक जुर्माना लग सकता है. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं कि यह पेनल्टी कब से लागू होगी (31 दिसंबर से या फिर 31 मार्च से).

पीएम का संबोधन
31 दिसंबर की शाम को प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे. इस दौरान वह नए साल को लेकर कई योजनाओं की भी घोषणा कर सकते हैं. खासतौर पर नोटबंदी से प्रभावित सेक्टरों के लिए वह किसी राहत का ऐलान कर सकते हैं.

छोटे कारोबारी
शीर्ष सरकारी सूत्रों के मुताबिक पीएम अपने संबोधन में लोगों की परचेजिंग पावर बढ़ाने और मीडियम एवं स्मॉल एंटरप्राइजेज को मजबूती देने के कदम उठा सकते हैं. इसके अलावा किसानों को भी शीर्ष प्राथमिकता में रखा जा सकता है.

टैक्स कलेक्शन बढ़ा
वित्त मंत्री अरुण जेटली के मुताबिक नोटबंदी के चलते टैक्स कलेक्शन बढ़ा है. 19 दिसंबर तक डायरेक्ट टैक्स में 14.4 पर्सेंट का इजाफा हुआ है. इनडायरेक्ट टैक्स में 26.2 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा सेंट्रल एक्साइज में भी 43.3 पर्सेंट ग्रोथ देखी गई है.
नए नोटों की उपलब्धता बढ़ी वित्त मंत्रालय के मुताबिक मार्केट में नए नोटों की उपलब्धता तेजी से बढ़ रही है. अमान्य करार दी गई करंसी के बड़े हिस्से को बदला जा चुका है और नए 500 के नोट भी तेजी से सर्कुलेशन में आ रहे हैं.

सरकार ने दिया धन्यवाद
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी में जनता के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में पुराने नोटों को लेकर किसी भी प्रकार का उपद्रव देखने को नहीं मिला है.

कैशलेस का विकल्प सरकार ने स्पष्ट किया है वह पहले जितने नोट मार्केट में नहीं उतारने वाली. ऐसे में हमें कैशलेस होना सीखना होगा ताकि किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़ें.

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