चुनावी दहलीज पर खड़ी सपा क्या अपनों के आक्रोश से बच पाएगी या फिर ...

मुख्मंत्री अखिलेश यादव: फोटो साभार
टिकट बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी में फिर से बवाल मच गया है. मुख्यमंत्री अखिलेश की मंशा के एकदम उलट मुलायम सिंह यादव ने आपराधिक छवि के लोगों को तो टिकट दिया ही, उन्हें भी टिकट दे दिया, जिन्हें अखिलेश ने मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया था. ऐसे कई लोगों के टिकट कट गए, जो अखिलेश के करीबी हैं और अपना टिकट पक्का मानकर चल रहे थे. 325 प्रत्याशियों की सूची जारी होने के 24 घंटे बाद भी कहीं से अखिलेश समर्थकों को राहत की खबर नहीं मिली है.

सपा सुप्रीमो ने बुधवार को ही साफ कर दिया था कि उन्होंने जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट दिया है और इसमें कोई फेरबदल नहीं किया जाएगा. हालाँकि, राजनीति में किसी भी बात का कोई मतलब नहीं होता. अभी लिया गया फैसला अगले घंटे बदल जाता है. पर, बुधवार से शुरू हुई बैठकों का सिलसिला आज भी जरी रहा, पर सब कुछ वैसा ही दिखाई दे रहा, जैसे था.

उधर, टिकट कटने से नाराज कई मंत्रियों और समर्थकों ने गुरूवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ बैठक की. सभी नेताओं ने बैठक में अपने दर्द को अखिलेश के सामने रखा. मंत्री अरविंद सिंह गोप ने मुख्यमंत्री अखिलेश के सामने कहा कि हमारा टिकट अमर सिंह ने कटवाया है साथ ही बेनीप्रसाद वर्मा ने भी शिवपाल सिंह यादव से अपने बेटे के लिए मेरे खिलाफ साजिश रची है.

गोप ने कहा कि मैंने पिछले चुनाव में बेनी प्रसाद और उनके समर्थकों को बाराबंकी की सभी सीट पर पराजित किया था. नेता जी ने पिछले चुनाव में मुझसे कहा था की बाराबंकी की सभी सीट जीतकर लाओगे, मुझे बेनी को ठीक करना है. मैंने नेता जी के आशीर्वाद से सपा को सभी सीट दिलवाई और नेता जी ने इन लोगों के कारण मेरा ही टिकट काट दिया अब मैं बाराबंकी में कौन सा मुहं लेकर जांउगा. भावुक गोप को अखिलेश ने कहा कि मैं आप लोगों के साथ हूँ.

बैठक में अखिलेश समर्थक नेताओं और मंत्रियों ने एक स्वर में कहा कि जनता, पार्टी, समर्थक और कार्यकर्ता अखिलेश के साथ है इसलिए आप निर्णय लीजिए, पार्टी से बर्खास्त विधान परिषद सदस्य और अखिलेश के कट्टर समर्थक उदयवीर ने तो रामायण के एक दोहे से अखिलेश का मनोबल बढ़ाया, उन्होंने कहा कि 'का चुप साध रहे बलवाना'. 

पुराने समाजवादियों में से एक राम गोविन्द चौधरी ने मीटिंग में बोला कि मुलायम सिंह की मांग पर मुझे चन्द्रशेखर जी ने सजपा छोड़कर सपा में जाने को कहा था, आज तक मैंने ना मुलायम सिंह से कभी टिकट मांगा और ना मंत्रालय की डिमांड की उन्होंने कल मेरे जैसे व्यक्ति का ही टिकट काट दिया. उन्होंने कहा कि आज से मेरा लक्ष्य सीएम साहब आपको शिखर पर पहुचांना होगा और आपके लिये काम करना होगा. मेरे लिये आप ही समाजवादी पार्टी हैं.

सर्वविदित है कि यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह के कुनबे में अब टिकट बंटवारे को लेकर फिर लड़ाई छिड़ गई है. मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए सपा के 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की तो अखिलेश के कई समर्थकों का पत्ता साफ कर दिया. चाचा शिवपाल की पसंद को लिस्ट में देखकर सपा में फिर अंदरखाने लड़ाई शुरू हो गई है. सीएम अखिलेश ने अपने समर्थक विधायकों की बैठक बुलाई. लखनऊ में समर्थकों के साथ बैठक के बाद अखिलेश यादव मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे.

समर्थकों के टिकट कटने पर नाराजगी के बीच हुई बैठक में अखिलेश के साथ धर्मेंद्र यादव, अरविंद गोप और अभिषेक मिश्रा समेत तमाम समर्थक शामिल हुए. इस बैठक में वे विधायक और मंत्री शामिल हुए जिनके टिकट काट दिए गए थे. अखिलेश ने बुधवार शाम भी तीन मंत्रियों और दर्जनों विधायकों के साथ लंबी मीटिंग की थी. बैठक के बाद एक विधायक ने कहा कि हम नेताजी के निर्देशों का पालन करेंगे.

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