एक सप्ताह में हो सकता है राम मदिर निर्माण का फैसला! बशर्ते...
प्रवीण भाई तोगड़िया: फ़ाइल फोटो: साभार |
तोगड़िया वृन्दावन में विहिप के प्रचार-प्रसार विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में भाग ले रहे थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा के एजेंडे में संवैधानिक तरीके से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण किए जाने के प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए तोगड़िया ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए केवल एक सप्ताह का ही समय चाहिए. उन्होंने कहा कि इसका निर्णय संसद में कानून बनाकर किया जा सकता है. इसके लिए सरकार को सिर्फ एक घण्टे का समय चाहिए.
उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का जिक्र करते हुए कहा कि जब डोनाल्ड ट्रम्प ऐसा कर सकते हैं तो भारत सरकार क्यों नहीं कर सकती. उन्होंने तो एक सप्ताह में ही सात मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया. फिर उनका आदेश अदालत में टिका या नहीं टिका, सवाल इस बात का नहीं है. उन्होंने तो अपनी इच्छा शक्ति जता ही दी.
राजग सरकार के पास राज्यसभा में बहुमत न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार यदि चाहे तो सब कुछ कर सकती है. हमारे यहां लोकसभा व राज्यसभा को एक साथ बिठाकर कानून बनाने की परंपरा रही है. ऐसा करके सरकार इस मसले का हल आसानी से निकाल सकती है.
तोगड़िया ने किसानों की आत्महत्या पर उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि इस समय देश में किसानों की समस्या सबसे बड़ी है. किसान लगातार घाटे में जा रहे हैं और सरकार ने गेहूं खरीद के लिए जो दाम तय किए हैं उससे भी कम दामों में विदेश से आयात किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने गेहूं का आयात बंद करने का निर्णय नहीं लिया तो भारतीय किसानों को गेहूं खरीदने वाला कोई नहीं मिलेगा. सरकार को उनकी चिंता करनी चाहिए. पूरे देश में किसान दुखी हैं.
राजग सरकार के पास राज्यसभा में बहुमत न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार यदि चाहे तो सब कुछ कर सकती है. हमारे यहां लोकसभा व राज्यसभा को एक साथ बिठाकर कानून बनाने की परंपरा रही है. ऐसा करके सरकार इस मसले का हल आसानी से निकाल सकती है.
तोगड़िया ने किसानों की आत्महत्या पर उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि इस समय देश में किसानों की समस्या सबसे बड़ी है. किसान लगातार घाटे में जा रहे हैं और सरकार ने गेहूं खरीद के लिए जो दाम तय किए हैं उससे भी कम दामों में विदेश से आयात किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने गेहूं का आयात बंद करने का निर्णय नहीं लिया तो भारतीय किसानों को गेहूं खरीदने वाला कोई नहीं मिलेगा. सरकार को उनकी चिंता करनी चाहिए. पूरे देश में किसान दुखी हैं.
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