बैंकों के नए नियम से परेशान हैं तो यह खबर आप के लिए है

प्रतीकात्मक फोटो:साभार

हम सब वाकिफ हैं कि कई बैंकों ने एक मार्च से कई तरह के चार्ज लेने का फैसला किया है. बैंकों ने फैसला लिया है तो वे अपना काम करेंगे ही. अब बचना हमें है. कैसे बच सकते हैं, उन उपायों पर सोचना होगा. मुझे लगता है कि अभी घबराने की बात नहीं है. हम थोड़ी सी सावधानी बरतकर आसानी से बिना अतिरिक्त पैसा लगाये महीना पार कर लेंगे.
बैंकों ने जो नए नियम तय किये हैं, उसके मुताबिक बैंक की शाखा और एटीएम से मिलाकर एक महीने में 9-10 लेन-देन मुफ्त हो सकते हैं. पांच बार एटीएम और चार बार बैंकों में पैसे निकालने पर आपको कोई चार्ज नहीं लगेगा. तो कुल मिलाकर 9 बार के कैश ट्रांजेक्शन आप फ्री कर सकते हैं.
बेहतरीन तरीका तो यह भी है कि हम कैश में ट्रांजेक्शन करने से बचें और ज्यादातर ऑनलाइन पैसे भेजें या प्राप्त करें. अगर कैश में काम करने की आदत ज्यादा है, तो भी एक महीने में पांच बार से ज्यादा एटीएम से पैसे ना निकालें. हर बार थोड़ा-थोड़ा कैश निकालने से बेहतर है आप एक बार में ज्यादा कैश निकालें और उसका इस्तेमाल करें.
भीम एप और यूपीआई के जरिए ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र ने डिजी स्कीम भी लॉन्च की है. हम इसके जरिए फ्री में ट्रांजेक्शन भी कर सकते हैं और ईनाम तो मिल ही रहे हैं. आप ऑनलाइन लेन-देन करते हैं तो पेटीएम, फ्रीचार्ज से हटकर सोचें और सरकारी ऑनलाइन पेमेंट सर्विसेज का इस्तेमाल करें.
चार ट्रांजेक्शन के बाद 150 रुपये का चार्ज का फैसला सिर्फ निजी बैंकों लिया है. सरकारी बैंकों में सिर्फ एसबीआई ने ऐसी घोषणा की है और बाकी बैंकों में अभी भी पहले के ही नियम लागू हैं. 
पर, यहाँ कोई चार्ज नहीं
पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा में नगद लेन-देन पर कोई ट्रांजैक्शन फीस नही है. कोई भी ग्राहक  जितना चाहे, जितनी बार चाहे, नगद जमा करा सकता है. 13 मार्च से पैसा निकालने पर कोई पाबंदी नही रहेगी. केनरा बैंक ने भी कहा है कि वह अपने कस्टमर्स से किसी तरह का चार्ज नहीं वसूलेगा. तो आप चाहें तो इन बैंकों में फभी सेविंग खाता है तो इनका इस्तेमाल कर सकते हैं या नया खाता भी खुलवा सकते हैं. को-ऑपरेटिव बैंकों में भी आपको फ्री ही कैश जमा करने और निकालने की सुविधा पहले की तरह बदस्तूर मिल रही है. इन बैंकों में आपके खाते हैं तो उनका ज्यादा इस्तेमाल करें.
एचडीएफसी बैंक
एचडीएफसी बैंक से चार बार से ज्यादा कैश निकालने पर 150 रुपए फीस अदा करनी होगी. बैंक ने होम ब्रांचेज में भी फ्री कैश ट्रांजैक्शन पर दो लाख रुपये की लिमिट लगा दी है. इसके ऊपर कस्टमर्स को न्यूनतम 150 रुपये या 5 रुपये प्रति हजार का पेमेंट करना होगा. 
नॉन-होम ब्रांचेज में मुफ्त लेन-देन 25 हजार रुपये है. उसके बाद चार्ज उसी स्तर पर लागू होगा. हालांकि बुजुर्गों और बच्चों के खातों पर किसी तरह का चार्ज नहीं लगाया है और इनमें जमा पर भी कोई चार्ज नहीं लगेगा. कोई दूसरा व्यक्ति यदि आपके खाते में नगद जमा कराना चाहे या निकालना चाहे तो उसके लिए 25 हजार रुपये की सीमा है और वो भी कम से कम 150 रुपये की फीस देने पर ही संभव है.
आईसीआईसीआई बैंक
आईसीआईसीआई बैंक में एक एक महीने में पहले चार लेन-देन के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा. उसके बाद प्रति हजार रुपये पर पांच रुपये का शुल्क लगाया जाएगा. यह समान महीने के लिए न्यूनतम 150 रुपये होगा. थर्ड पार्टी ट्रांजैक्शन के मामले में सीमा 50 हजार रुपये प्रतिदिन होगी. होम ब्रांच के अलावा अन्य शाखाओं के मामले में आईसीआईसीआई बैंक एक महीने में पहली नकद निकासी के लिए कोई शुल्क नहीं लेगा. लेकिन उसके बाद प्रति हजार रुपये पर पांच रुपये का शुल्क लेगा. इसके लिए न्यूनतम शुल्क 150 रुपये रखा गया है.
एक्सिस बैंक
कस्टमर्स को हर महीने पांच ट्रांजैक्शन्स फ्री दिए गए हैं. इसके बाद छठे लेन-देन पर कम से कम 95 रुपए प्रति लेनदेन की दर से चार्ज लगाया जाएगा. नॉन-होम ब्रांच के पांच ट्रांजैक्शन फ्री हैं. बैंक ने एक दिन में कैश जमा करने की सीमा 50 हजार रुपये फिक्स की है और इससे ज्यादा के डिपॉजिट पर या 6ठें ट्रांजेक्शन पर हरेक हजार रुपये पर 2.50 रुपये की दर से या प्रति ट्रांजैक्शन 95 रुपये में से जो भी ज्यादा होगा, चार्ज लिया जाएगा.
एसबीआई
सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआइ भी एक महीने में तीन बार से ज्यादा कैश ट्रांजेक्शन पर सर्विस चार्ज वसूलेगी. साथ ही बैंक ने तय किया है कि वह व्यावसायिक प्रतिनिधि और पीओएस से नकदी निकालने पर निर्धारित सीमा के बाद चार्ज लेगा. होम ब्रांच के सेविंग खाते के एटीएम से ग्राहक महीने में 3 बार ही कैश ट्रांजेक्शन फ्री कर पाएंगे. इससे ऊपर के हर ट्रांजेक्शन पर 50 रुपये सर्विस चार्ज लगेगा.

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