इण्टर का इम्तहान दिया है, आईएएस बनना है, किस कोर्स में दाखिला लूँ?

Dinesh Pathak


इण्टरमीडिएट का इम्तहान दे चुके कुछ नौजवानों ने सवाल पूछा है कि उन्हें आईएएस बनना है तो वे ग्रेजुएशन में आर्ट, साइंस, कामर्स में से किसे प्रेफ़र करें. सबसे पहले ऐसे सभी नौजवानों को बहुत शुभकामनाएँ. आप अपने इस जज्बे को बरकरार जरुर रखें. क्योंकि समय के साथ जैसे-जैसे जीवन संघर्ष आगे बढ़ता है, ज्यादातर के जज्बे में कमी आ जाती है. जब यह जज्बा कायम रहेगा तभी उसके अनुरूप तैयारी हो पाएगी. ध्यान रखना होगा कि इस परीक्षा में कोई शार्टकट नहीं है. मेहनत, ज्ञान, आत्मविश्वास के सहारे ही यहाँ कामयाबी मिलती है. ऐसे में कुछ सावधानियाँ जरुरी हैं.
इण्टरमीडिएट का इम्तहान देकर रिजल्ट का इन्तजार कर रहे कला वर्ग  के छात्रों से मैं यही कहूँगा कि बैठिए नहीं, ज्ञान का स्तर बढ़ाइए. विषय पर फोकस करिए. अपनी इंग्लिश पर फोकस करिए. अखबार पढ़ते रहिए. हिंदी के अखबारों से बचिए और इंग्लिश के अखबार पढ़ने का प्रयास कीजिए. सामान्य ज्ञान मजबूत होता रहेगा. फिर बीए में दाखिला लेकर पढ़ाई शुरू करिए. उचित होगा कि विषय का चुनाव इसी समय ऐसा करें जो सिविल सर्विसेज इम्तहान के समय भी आपके काम आ जाए. असली तैयारी ग्रेजुएट होने के बाद करिए. इन तीन सालों में अपना फाउंडेशन मजबूत करिए. मददगार रहेगा.
कामर्स के छात्र भी उपरोक्त काम करते हुए कालेज में दाखिला लें. क्योंकि आपके पास और भी स्कोप हैं, मसलन-सीए, सीएस आदि...तो उसकी भी तैयारी कर सकते हैं. जब आप सीए, सीएस कर रहे होते हैं तो बीकॉम की तैयारी खुद-ब-खुद हो जाती है. ऐसे में आप समय के साथ ग्रेजुएट भी हो जाएँगे और सीए, सीएस में भी तरक्की की गाड़ी काफी हद तक आगे निकल चुकी होगी. अब आप इस स्थिति में होंगे कि जो मन आये इम्तहान दीजिए. परिणाम ज्यादातर केस में आपके पक्ष में आएगा. क्योंकि आपकी क्षमता बढ़ चुकी होगी.
जिन बच्चों ने विज्ञान से इंटर का इम्तहान दिया है, वे या तो इंजीनियरिंग का इम्तहान दे रहे होंगे. मेडिकल की तैयारी चल रही होगी. कुछ छात्र ऐसे भी होंगे जो कई अन्य प्रोफेशनल कोर्स की ओर जाने की सोच रहे होंगे. इनसे जो बचेंगे, वही बीएससी में दाखिला लेंगे. ऐसे सभी छात्र, जिनका किसी कोर्स में नहीं हुआ या फिर वे हर हाल में आईएएस बनना ही चाहते हैं, उन्हें बीए में दाखिला लेना चाहिए. ऐसा करके वे अपनी आगे की तैयारियों को मजबूती दे पाएंगे. क्योंकि आईएएस इम्तहान में उनका कम्पटीशन इंजीनियर, डॉक्टर बन चुके नौजवानों से होगा. उनके साथ प्रतियोगिता करने के लिए आपको खुद को तैयार करने का समय यही है, जब आप कालेज में हैं. ग्रेजुएशन के बाद आपकी तैयारी का तरीका बदल जाएगा. आपको ज्यादा फोकस करना होगा.
यूपी, बिहार के जो छात्र अपने ही राज्य में रूककर तैयारी कर रहे हैं या संसाधनों के अभाव में करना चाहते हैं, वे अंग्रेजी पर जरुर ध्यान दें. बोलकर समाचार पत्र पढ़ें. यह आपके हित में होगा. कहने का आशय यह है कि अभी आपका ध्यान ग्रेजुएशन पर होना चाहिए. फाउंडेशन यानी नींव मजबूत बनाने पर होना चाहिए. जब ऐसा होगा तो खुद से आईएएस बनने का रास्ता साफ हो जाएगा. ध्यान रखें, यहाँ शार्टकट कुछ नहीं है. आपकी मेहनत ही काम आएगी. ज्ञान का स्तर जितना बढ़ाएंगे, आप मजबूत होते जाएंगे. बहुत शुभकामनाएँ.
लेखक करियर/पेरेंटिंग/चाइल्ड काउंसलर हैं. आपके मन में कोई सवाल है तो नीचे दिए गए ई-मेल, व्हाटसएप, फेसबुक या यूट्यूब के जरिए सीधे पूछ सकते हैं.
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