इंटरनेट पर सस्ती दरों पर उपलब्ध हैं आपकी ज्यादातर पसंदीदा किताबें

दिनेश पाठक


पिछले अंक में मैंने केवल इंटरनेट के सहारे पढ़ाई के खतरों से आगाह किया था और टेक्स्ट बुक पढ़ने की राय दी थी. अब अगर आपको लगता है कि पैसे नहीं हैं या कमी है. किताबें खरीद नहीं सकते. इस सूरत में आपकी ज्यादातर किताबें इंटरनेट पर उपलब्ध हैं. आप यहाँ से पढ़ सकते हैं. अपने उसी प्रिय लेखक की किताबें आपको कई बार फ्री में पढ़ने को मिल जाएँगी तो कई बार संभव है कि आपको कुछ पैसे देने पड़ें.
ढेरों किताबें ऐसी हैं, जिन्हें केवल पढ़ना चाहते हैं तो कुछ भी नहीं देना होता. हाँ, डाउनलोड करने पर जरुर कुछ न कुछ देना होगा. बस आपको सर्च करना आना चाहिए. यह एक समुद्र है. इसमें से अपने मतलब का हीरा खोजना एकदम आसान नहीं है लेकिन इतना मुश्किल भी नहीं. असल में जब हम बेग कुछ भी सर्च करते हैं तो गूगल उसकी पापुलरिटी देखते हुए आपके सामने परोस देता है. प्रायः ऐसे में आपके सामने छोटे-छोटे लिंक सामने आते हैं. अगर आपको बुक्स चाहिए तो सीधे वही बुक सर्च करिए, जो पढ़ना चाहते हैं. आप पाएंगे कि अगर इंटरनेट पर वह कहीं उपलब्ध है, तो आपके सामने होगी. अगर आप एक भी पैसा नहीं लगाना चाहते तो आप सर्च करते समय फ्री लिख दें तो आपके सामने वही आप्शन आएंगे. अगर फ्री नहीं लिखते हैं तो पेड और फ्री दोनों आते हैं. अगर आप अपनी बात क्लीयर लिखेंगे तो गूगल आपको क्लीयर जवाब भी उपलब्ध कराएगा.
बुक्स के अलावा आपके मतलब की बहुत सारी चीजें यूट्यूब पर भी उपलब्ध हैं. सर्च की बारीकी का ध्यान यहाँ भी रखना होगा. पेड / अनपेड वीडियोज यहाँ भी उपलब्ध हैं. इस प्लेटफ़ॉर्म पर थोड़ी सी सावधानी बरतने के साथ बिना पैसे लगाए पढ़ाई कर सकते हैं. यहाँ आईआईटी, आईआईएम पासआउट नौजवान आपकी मदद को उपलब्ध हैं. पूरी पूरी क्लास करते हुए लोग यहाँ मिल जाते हैं. उदाहरण के लिए यूट्यूब पर उपलब्ध स्टडी आईक्यू चैनल है. इना तरीका बहुत रोचक है. हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध इनके वीडियोज किसी भी स्टूडेंट के लिए मददगार हो सकते हैं. सरकारी जॉब न्यूज़ चैनल पर जाकर आप नौकरी की सूचनाएं तो ही सकते हैं, ज्ञान की और बातें भी यहाँ उपलब्ध हैं. इंडियन लेटर भी एक ऐसा ही एक चैनल है. अगर इन्हें सबस्क्राइब कर लेते हैं तो डेली अपडेट आपके सामने आते रहेंगे. ऐसे हजारों चैनल मौजूद हैं, जहाँ आपके मतलब की चीजें उपलब्ध हैं. लेकिन सर्च में सावधानी बरतकर कोई भी छात्र इस प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल अपने लिए कर सकता है. अगर आपकी सर्च गुणवत्ता अच्छी है तो यूट्यूब आपको वही वीडियोज खुद-ब-खुद दिखाना शुरू कर देगा, जो आपकी जरूरत के हैं.
पर, गूगल हो या यूट्यूब, दोनों ही ऐसे प्लेटफ़ॉर्म हैं जिनके बारे में यह कहा जा सकता है कि सावधानी हटी-दुर्घटना घटी. आपको इनका इस्तेमाल करना आता है और आपका कमिटमेंट लेवल अच्छा है तो यही प्लेटफ़ॉर्म आपको जानकारियों के समुद्र में गोता लगवाकर आपके मतलब की चीज निकलने में मददगार होंगे. सर्च अच्छी नहीं है तो यहाँ भटकाव और समय की बर्बादी के लिए भी अनेक चीजें उपलब्ध हैं. अब तय हमें करना है कि इस महासमुद्र से हम क्या निकालना चाहते हैं. यहाँ अमृत भी है और विष भी. जो चाहिए उठा लीजिए.  
लेखक करियर/पेरेंटिंग/चाइल्ड काउंसलर हैं. आप इन्हें सीधे कनेक्ट कर सकते हैं.
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