आईएएस बनने के सपने तो आपको भी आ रहे होंगे?

दिनेश पाठक


अभी सिविल सर्विसेज के रिजल्ट आये हैं. यह एक ऐसा इम्तहान है, जिसके परिणाम आने पर देश का करोड़ों नौजवान अचानक सपने देखना शुरू कर देता है. जैसे-जैसे अखबारों, चैनलों पर सफल युवाओं के साक्षात्कार आते हैं, युवाओं में जोश भर जाता है. कई तो मन ही मन तैयारी कर लेते हैं कि कल हमारी बारी है...पर बारी बहुत कम की आती है.
इस इम्तहान में बैठते लाखों हैं लेकिन सफलता सिर्फ कुछ सौ के हाथ लगती है. इस बरस यानी 2018 इम्तहान के परिणाम 2019 में जब आएंगे तब तो यह संख्या बहुत कम होगी. हाल के वर्षों में शायद सबसे कम. मतलब इस साल आल इंडिया सिविल सर्विसेज के जरिए अफसर बनने वालों की संख्या आठ सौ नहीं होगी. जब ताजे परिणाम आये तो मेरे पास भी सवाल खूब आए. सपने देखने वाले युवा यह जानना चाते हैं कि वे कैसे बनें आईएएस? ऐसे सभी नौजवानों से मैं यह कहने में संकोच नहीं करना चाहता कि सपने देखना और उन्हें हकीकत में साकार करना, यह दो बातें हैं. सपने कोई भी देख सकता है लेकिन उन्हें हकीकत में बदलने वालों की संख्या बहुत कम होती है. क्योंकि यहाँ कोई शार्ट-कट नहीं है. मतलब तैयारी की नींव भी आपको भरनी है और इमारत भी आप ही को तैयार करनी है. इसमें आपकी मदद कोई दूसरा नहीं कर सकता. घर-परिवार के लोग भी संसाधन उपलब्ध कराने के अलावा बहुत कुछ नहीं कर सकते. अगर आपमें इच्छाशक्ति है, लक्ष्य के प्रति समर्पण की भावना है तो आप बढ़िए, कामयाब होंगे. यहाँ सुबह-शाम लक्ष्य बदलने से काम नहीं बनेगा.    
सिविल सर्विसेज की तैयारी आप आधे मन से नहीं कर सकते. इसके लिए पहले तय करिए कि आपको आईएएस ही बनना है. फिर उसी हिसाब से तैयारी शुरू करनी होगी. आप किस क्लास में हैं, यह मायने नहीं रखता. यह तैयारी कभी भी शुरू हो सकती है. लेकिन आदर्श स्थिति यही है कि कोई भी नौजवान इस लक्ष्य को मन में रखे और ग्रेजुएट होने तक कुछ स्टेप्स फॉलो करे. आप ने ग्रेजुएशन में जिन विषयों का चयन किया है, क्या इनमें से क्या कोई ऐसा सब्जेक्ट है, जिससे आपका सामना सिविल सर्विसेज में होने वाला है. अगर हाँ, तो यह संकेत ठीक हो सकते हैं. आप इस विषय की पढ़ाई कुछ ऐसे करें, कि कोई भी सवाल, कितना भी घुमाकर पूछा जाए तो उसका जवाब आपको आए. मतलब जो भी पढ़ें, विस्तार से पढ़ने की आदत डालें. इसी के साथ अंग्रेजी के अखबार पढ़ना शुरू कर दें. अगर आपकी अंग्रेजी कमजोर है तो इसे बोल-बोलकर पढ़ने की सलाह दी जाती है. अगर ठीक है, तो आपकी मर्जी, जैसे चाहें, पढ़ें. लेकिन पढ़ना तो पड़ेगा. विषय तैयार है, सामान्य ज्ञान, सामान्य अध्ययन तैयार है तो समझिए कि आधी कामयाबी मिल गई. साक्षात्कार की तैयारी के लिए ढेरों विकल्प है. अगर आप ने प्री और मेंस पास कर लिया लेकिन साक्षात्कार में सफल नहीं हुए तो निराश होने की जरूरत नहीं है. फिर कोशिश करिए. कामयाबी आपके हाथ जरुर लगेगी.    

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